भूतापीय ऊर्जा geothermal energy क्या है? भूतापीय ऊर्जा किसे कहते हैं?

भूतापीय ऊर्जा geothermal energy क्या है? भूतापीय ऊर्जा किसे कहते हैं?

भूतापीय ऊर्जा (geothermal energy)

 

भूतापीय ऊर्जा (geothermal energy)पृथ्वी के अंदर से प्राप्त होती है इसलिए इसे भूतापीय ऊर्जा कहा जाता है इस ऊर्जा की उत्पत्ति मुख्यतः पृथ्वी में सर्वत्र समाए यूरेनियम थोरियम वह पोटेशियम  आइसोटोप के विकिरण और पृथ्वी की कोर में भरे उच्च ताप युक्त  तरल पदार्थ मैग्मा की उपस्थिति से होती है 

 

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आवश्यक  दशाएं भूतापीय ऊर्जा पृथ्वी के कोर से प्रवाहित होती है जहां तापमान 4000 डिग्री सेंटीग्रेड से भी अधिक होता है सामान्यत : भुपरपट्टी में तापमान प्रति 30 मीटर की गहराई पर एक सेंटीग्रेड बढ़ जाता है भू सतह  और औसत उर्जा निष्कर्षन(average flux) 0.06 वाट प्रति वर्ग मीटर होते हैं लेकिन विश्व में ऐसे कई स्थान हैं जहां 500 वाट प्रति वर्ग मीटर की दर से उर्जा निश्काशित की जा सकती है इन क्षेत्रों में ऊर्जा का निष्कर्षण भाप व गर्म जल के रूप में होता है इसी भाप अथवा गर्म जल को ही टरबाइन में चला कर विद्युत का उत्पादन किया जाता है जिससे विद्युत बनती है ।

भारत की स्थिति भारत में हिमाचल प्रदेश के मरीकारण में भारतीय भूगर्भिक सर्वेक्षण और नेशनल एयरोनॉटिक्स लिमिटेड बेंगलुरू द्वारा क्लोज्ड लूप रेनकाइन साइकिल पर आधारित एक 5 किलो वाट की क्षमता वाले प्रयोगगिक  शक्ति संयंत्र की स्थापना की गई है । भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण जीएसआई द्वारा देश में 340 भू तापीय झरनो की पहचान की गई है ,जो आगे चलकर इनसे विद्युत का उत्पादन किया जा सके।

 नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन NHPC छत्तीसगढ़ के तातापानी भूतापीय में 300 किलोवाट क्षमता का  भू तापीय विद्युत सयंत्र लगाने की मंजूरी दी गयी है। यह छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले मे स्थित है ,यहां हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भू गर्भिक अनुसंधान संस्थान के अध्ययनों से उत्तराखंड के तपोवन और झारखंड के सूरज खंड में भूतापीय ऊर्जा की मौजूदगी का पता लगाया गया है।

अहमदनगर जिले का धोलेरा नगर भूतापीय उर्जा जियो थर्मल एनर्जी सिविल उत्पादन देश का सपना पूरा करने जा रहा है भूतापीय ऊर्जा एक नवीनीकरण ऊर्जा का स्रोत है जो कोयला आधारित विद्युत उत्पादन को पर निर्भर कम करेगा इससे वायु प्रदूषण में कमी  होगी।

भारत के कुछ जगह जहाँ geothermal Energy के लिए चुने गये है :

जम्मू कश्मीर – पुगा घाटी (लद्दाख) 

 झारखंड  – सूरजकुंड (हजारीबाग) 

 छत्तीसगढ़ – तातापानी  (बलरामपुर ) 

उड़ीसा  – तप्तपानी

हिमाचल प्रदेश – मणिकरन 

आशा है यह आर्टिकल आपके लिये  कुछ सहायक रहा होगा, ऐसे ही  short artical के लिए यहा आते रहिये। Thank you….

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