बजट क्या है, कितने प्रकार के होते है, सरकारी बजट क्या है ।
बजट क्या है, कितने प्रकार के होते है, सरकारी बजट क्या है ।
बजट क्या है ( what is budget)?
किसी भी कार्य के आय-व्यय के लेखा-जोखा हेतु बजट की आवश्यकता होती है। ताकि खर्च एवं निवेश सही तरीके से कर सके,ठीक उसी प्रकार एक देश को चलाने हेतु उसके खर्च एवं निवेश का लेखा-जोखा रखने को ही बजट कहते हैं। हर देश की सरकार अपनी वार्षिक बजट हर वर्ष प्रस्तुत करती है।
दूसरे शब्दों में कहा जाए तो बजट एक अनुमानित आय- व्यय का लेखा-जोखा है, जो दिखाता है कि 1 वर्ष में कितनी आय प्राप्त होगा एवं कितना खर्च होगा।
बजट का इतिहास (history of budget)
बजट शब्द फ्रेंच भाषा के शब्द बुजट(Bougette) से बना है जिसका अर्थ होता है चमड़े का थैला या झोला । बजट सर्वप्रथम 1807 में ब्रिटिश बजट मंत्री विलियम. ई.ग्लैडस्टोन (Willium E.Gladstone)ने बजट पेश करने के लिए एक लाल सूटकेस लेकर आए।उन्ही के नाम पर सूटकेस का नाम ग्लैडस्टोन बैग पड़ा।परंतु भारत में बजट पेश करने अलग-अलग सूटकेस उपयोग में लाने लगे। लेकिन 2019 में निर्मला सीतारमण ने यह परंपरा को खत्म कर डिजिटल बजट पेश किया। अब बजट कागजों में प्रिंट ना होकर टेबलेट में डिजिटल रूप में पेश किया गया।
स्वतंत्र भारत का पहला बजट वित्त मंत्री आरके षणमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया।
गणतंत्र भारत का पहला बजट 28 फरवरी 1950 को जान मथाई ने पेश किया।
सबसे ज्यादा बार बजट पेश मोरारजी देसाई ने 10 बार पी चिदंबरम ने 9 बार एवं प्रणब मुखर्जी ने 8 बार पेश किया ।
इंदिरा गांधी जी देश की पहली महिला हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री के पद पर होते हुए बजट पेश किया था।
संविधान में बजट का उल्लेख
भारत के संविधान में ” बजट “शब्द का उपयोग नहीं किया गया है ,उसके स्थान पर संविधान में वार्षिक वित्तीय विवरण (Anuual financial statement)एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट के रूप में लिखित है यह संविधान के अनुच्छेद 112 में अंकित हैं।
बजट क्यो बनाया जाता हैं?
किसी भी राष्ट्र को चलाने के लिए एक सुनियोजित वित्तीय प्लान की आवश्यकता होती है एवं उसी प्लान के अनुसार देश को चलाया जाता है अर्थात देश के विकास के लिए एक सुनियोजित प्लान तैयार करना जरूरी है । जिससे उसके आय- व्यय का सही उपयोग किया जा सके एवं देश की समस्याओं का निवारण हो सके।
बजट क्या है, कितने प्रकार के होते है, सरकारी बजट क्या है ।
बजट के प्रकार (types of budget)
1.संतुलित बजट (balanced budget)
2.अधिशेष बजट (surplus budget)
3.घाटे का बजट। (Deficit budget )
1.संतुलित बजट(balanced budget)
संतुलित बजट वह बजट है जब सरकार का अनुमानित व्यय 1 वर्ष में इसके अनुमानित आय प्राप्तियों या राजस्व के बराबर होता है। इस प्रकार के बजट को अर्थशास्त्रियों द्वारा अच्छा बजट माना जाता है। संतुलित बजट के तहत सरकार एक वित्तीय वर्ष में जितना कमाता है उतना ही खर्च करता है ,कभी-कभी कुछ आन्तरीक एवं बाहरी कारणों से खर्च बढ़ जाए तो इस प्रकार के बजट में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
2.अधिशेष बजट(surplus budget)
अधिशेष बजट वह बजट है जब सरकार को अपने खर्च या व्यय से अधिक आय प्राप्ति होती है इससे यह होगा कि सरकार के पास अतिरिक्त आय उपलब्ध रहेगा एवं जरूरत के समय उसका उपयोग कर सकेगा।
3.घाटे का बजट(deficit budget)
घाटे का बजट है बजट है जब सरकार को पैसे कमाए प्राप्ति। हो तो उसी स्थिति में सरकार उधार लेने की स्थिति में आती है तो वहां कर दरों में वृद्धि कर करती है ताकि आए अधिक प्राप्त हो सके। बजट के
बजट पास की प्रक्रिया(process of budget pass)
1.बजट का प्रस्तुततिकरण।
2.आम बहस।
3.विभागीय समितियों द्वारा जाच।
4.अनुदान की मांग पर मतदान।
5.विनियोग विधेयक का पारित होना।
6.वित्त विधेयक पारित होना।
बजट के भाग (part of budget)
आय – सरकार को भिन्न भिन्न कर एवं शुल्क के रूप में आय की प्राप्त होती हैं।
व्यय -प्राप्त आय से विभिन्न योजनाओ एवं सरकारी कार्य मे भुगतान किया जाता है। जैसे- वेतन, पेंशन।
सरकारी बजट क्या है(What is government budget)
सरकारी बजट उस देश की सरकार के आय- व्यय का एक वित्तीय वर्ष का लेखा-जोखा होता है , जिसमें सरकार की एक वित्तीय वर्ष में कुल राजस्व प्राप्तियां एवं अनुमानित व्यय का विवरण होता है।
बजट का महत्व (importance of budget)
1.आर्थिक क्रियाओं का विश्लेषण देश के विभिन्न कार्यो के विश्लेषण हेतु बजट की आवश्यकता है।
2.आर्थिक नियोजन देश में अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग बजट अनुमान या व्यय किया जाता है तो उसकी जानकारी हेतु।
3.शैक्षिक संस्थाओं के सुधार एवं नव निर्माण हेतु।
4.नई योजनाओं के लिए धन आवंटन।
आशा करते है यह आर्टिकल आपको budget को समझने मे helpful रहा होगा, आप अपने विचार एवं सुझाव comment करके बताये, ताकि हम सुधार कर अच्छे आर्टिकल लिख सके।
Thank you..